A SIMPLE KEY FOR हिंदी प्रेरक कहानियाँ UNVEILED

A Simple Key For हिंदी प्रेरक कहानियाँ Unveiled

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गाँधी जी बात सुनकर सफाईकर्मी के आँसू निकल गये.

उनके पीए कैलाश बाबू ने कहा, "जी,इसमें कूलर लगा दिया गया है।" शास्त्री जी ने एक नजर उन्हें देखा और आश्चर्य व्यक्त करते हुए पूछा," कूलर लग गया है? बिना मुझे बताए?..आप लोग कोई काम करने से पहले मुझसे पूछते क्यों नहीं? क्या और सारे लोग जो गाड़ी में चल रहे हैं, उन्हें गर्मी नहीं लगती होगी?" शास्त्री जी ने कहा," कायदा तो यह है कि मुझे भी थर्ड क्लास में चलना चाहिए, लेकिन उतना तो नहीं हो सकता पर जितना हो सकता है, उतना तो करना चाहिए ।"उन्होंने आगे कहा,"बड़ा गलत काम हुआ है, गाड़ी आगे जहाँ भी रुके, पहले कूलर निकलवाइए.

जब बच्चे वर्तनी लिख ही रहे थे की शिक्षक ने देखा की गाँधी जी ने एक शब्द की वर्तनी गलत लिखी है.

अगर कभी ऐसी गलती हो भी जाए तो विनम्रता से उस व्यक्ति से माफ़ी मांग ले.

पंचतंत्र की कहानी: बाघ की खाल में गधा

“Being a journalist who enjoys stories, I'd generally been drawn to Ireland, the country and lifestyle that pretty much invented storytelling. The challenge: Lawfully finding do the job and going there seemed in the vicinity of difficult. I'd shelved The concept as defeated. Then in the summertime of 2012, when I used to be at an Investigative Reporters and Editors convention in Boston, I used to be chatting using a journalism Buddy. In the middle of our discussion, she nonchalantly talked about, ‘I just came back from a Fulbright scholarship in Eire.’ I'm able to say, in all honesty, that that a single sentence changed the trajectory of my overall life. It gave me a probable roadmap to Eire and I made a decision to submit an application for a Fulbright scholarship, myself.

“At forty yrs aged, and owning struggled with being overweight all my lifestyle (I used to be at 5’six″ and weighed 360 kilos), I missing and held off in excess of a hundred and eighty pounds through the use of hypnosis. I didn’t want to spend my complete lifestyle staying unhappy, depressed and obese. I couldn’t stand it anymore And that i realized if I didn’t adjust I had been intending to die. I wanted additional. I needed to be pleased, wholesome and filled with appreciate and existence. From that viewpoint, I commenced on my journey to vary how my mind thought and labored.

“At 42 a long time outdated, with two daughters just about to complete university, I Stop my six-figure-income job Performing inside a harmful atmosphere and escaped to a cabin by a river. Solitary parenting, a Terrible ex-partner, in addition to a misogynist boss zapped my emotional properly-staying to close to zero. In 2009, with my Youngsters now developed, I arrived to the conclusion that lifestyle was not meant to get so tough, and certainly there was yet another way. I was about to rebuild my everyday living from scratch, even if it intended dropping all the things in the process. I rented a cabin from the wilderness and sat by a river for nine months, residing off my price savings. I hiked, kayaked, read, wrote and unpacked my emotions. It had been restorative. Following 9 months, I found a work inside the recreation sector.

हंस ने कहा अब क्या हुआ भैया, पत्नी तो आपने ले ही ली अब क्या मेरी जान भी लोगे। 

“ओह”, बच्चे ने कहा, “और हमारे पास गोल पैर क्यों हैं माता?” “क्योंकि वे हमें रेगिस्तान में आराम से चलने में मदद करने के लिए हैं। ये पैर हमें रेत में घूमने में मदद करते हैं। ”

पंचतंत्र की कहानी: read more दुश्मन का स्वार्थ – dushman ka swarth

“आप कौन से हैं?” उन्होंने अपनी बेटी से पूछा।

एक बार, एक किसान के पास एक हंस था जो हर दिन एक सोने का अंडा देता था। अंडे ने किसान और उसकी पत्नी को उनकी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध कराया। किसान और उसकी पत्नी लंबे समय से खुश थे। लेकिन एक दिन, किसान को एक विचार आया और उसने सोचा, “मुझे एक दिन में सिर्फ एक अंडा क्यों लेना चाहिए?

एक गुलाम, अपने मालिक द्वारा प्रताड़ित, जंगल में भाग जाता है। वहाँ वह अपने पंजे में कांटे की वजह से दर्द में एक शेर के सामने आता है। दास बहादुरी से आगे बढ़ता है और धीरे से कांटा निकालता है। उसे बिना चोट पहुंचाए शेर चला जाता है।

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